ITBP में स्पेशलिस्ट डाॅक्टर अाैर जीडीएमअाे के पदाें पर वाॅक इन इंटरव्यू

itbp recruitment 2018, इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स ( ITBP ) ने स्पेशलिस्ट डाॅक्टर अाैर जीडीएमअाे के 42 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए अावेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार इन पदाें के लिए 29 अक्टूबर 2018 को आयोजित होने वाले वाॅक इन इंटरव्यू में भाग ले सकते हैं। आवेदन आैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।
इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स ( ITBP ) में रिक्त पदाें का विवरणः
कुल पद - 42
स्पेशलिस्ट डाॅक्टर - 07 पद
वेतनमान - 85,000 रूपए प्रतिमाह।
जीडीएमअाे - 35 पद
वेतनमान - 75,000 रूपए प्रतिमाह।
शैक्षणिक योग्यताः
Specialist Doctor - भारतीय मेडिकल काउंसिल एक्ट, 1956 और तीसरे अनुसूची के पहले या दूसरे अनुसूची या भाग 1 में मेडिकल योग्यता मान्यता प्राप्त और स्नातकोत्तर डिग्री या डिप्लोमा।
GDMO - भारतीय मेडिकल काउंसिल एक्ट, 1956 और तीसरे अनुसूची के पहले या दूसरे अनुसूची या भाग 1 में मेडिकल योग्यता मान्यता प्राप्त।
आयु सीमाः 67 साल
चयन प्रक्रियाः
अभ्यर्थियों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रियाः
इच्छुक व योग्य उम्मीदवार इन पदाें के लिए नोटिफिकेशन में जारी दिनांक व स्थान के अनुसार इंटरव्यू में शामिल हो सकते हैं।
आवेदन शुल्कः निशुल्क।
इंटरव्यू दिनांक : 29 अक्टूबर 2018
ITBP Recruitment 2018:
इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स ( ITBP ) ने स्पेशलिस्ट डाॅक्टर अाैर जीडीएमअाे के 42 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।
इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स ( ITBP ) का परिचयः
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) भारतीय अर्ध-सैनिक बल है। इसकी स्थापना 24 अक्टूबर 1962 में भारत-तिब्बत सीमा की चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से रक्षा हेतु की गई थी। ये बल इस सीमा पर काराकोरम दर्रा से लिपुलेख दर्रा और भारत-नेपाल-चीन त्रिसंगम तक 2115 कि॰मी॰ की लंबाई पर फैली सीमा की रक्षा करता है। आरंभ में इसकी मात्र चार बटालियन की अनुमत थीं, जिन्हें बाद में 1976 में बल की कार्य-सीमा बढ़ाने पर 1978 में बढोत्तरी की गई।
भारत-चीन संघर्ष के उपरांत देश की उत्तरी सीमाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 24 अक्टूबर 1962 को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपीएफ) का गठन किया गया। आईटीबीपी की शुरुआत केवल चार पलटनों के एक छोटे से दल के रूप में हुई जो अब 45 सेवा पलटनों और चार विशेषीकृत पलटनों का वृहत रूप ले चुका है। इस महीने यह बल अपने गठन के स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश कर रहा है। आईटीबीपी का मुख्य कार्य भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा और रखवाली करना, सीमा की जनता को सुरक्षा की भावना प्रदान करना, महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों का निर्वहन और आपदा प्रबंधन आदि करना है।
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