रेलवे भर्ती - 10वीं पास युवाआें के लिए DMW में अपरेंटिस के 140 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

Railway apprentice recruitment for 140 posts, डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) ने अपरेंटिस के 140 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।इच्छुक व याेग्य उम्मीदवार 16 मई 2018 तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं।आवेदन आैर जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।

डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) में रिक्त पदाें का विवरणः

• इलेक्ट्रीशियन -70 पद

• मशीनिस्ट -32 पद

• फिटर -21 पद

• वेल्डर (गैस और इलेक्ट्रिक) -17 पद

 

डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) में Railway apprentice के रिक्त पदाें पर अावेदन करने के लिए योग्यता मानदंड व शैक्षणिक योग्यता:

• इलेक्ट्रीशियन - इलेक्ट्रीशियन: न्यूनतम 50% अंकों के साथ साइंस विषयों में 10+2 पास होने के साथ ही इलेक्ट्रिक ट्रेड आईटीआई सर्टिफिकेट होना चाहिए, इसके साथ ही अन्य पदों से सम्बंधित विस्तृत शैक्षणिक योग्यता की जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।

 

डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) में Railway apprentice के रिक्त पदाें पर आवेदन कैसे करें:

इन पदों के लिए इच्छुक और योग्य उम्मीदवार डीएमडब्ल्यू भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 16 मई 2018 तक कर सकते हैं।

 

अधिसूचना विवरण:

विज्ञापन संख्या: 01 / 2017-18 / अपरेंटिस

 

महत्वपूर्ण तिथियां:

ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 16 मई 2018

Railway apprentice recruitment notification 2018 for 140 posts :

डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) ने अपरेंटिस के 140 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।

डीजल लोको मॉडर्नाइजेशन व‌र्क्स ( DMW ) का परिचयः

भारतीय रेल में डीज़ल रेलइंजनों का इस्‍तेमाल पांचवें दशक के अंतिम वर्षों में यू.एस.ए. की मैसर्स एलको कम्‍पनी से रेल इंजनों का आयात करने के साथ शुरु हुआ । सन् 1961 में वाराणसी में डीज़ल रेलइंजन कारखाना की स्‍थापना के बाद नियमित रूप से डीज़ल इंजनों का निर्माण प्रारम्‍भ हो गया। डीज़ल इंजनों के परिचालन के प्रारम्भिक वर्षों में, स्‍पेयर्स की सीमित मांग डीज़ल रेलइंजन कारखाना, वाराणसी द्वारा मुख्‍यत आयात के माध्‍यम से ही पूरी की जाती थी। किन्‍तु डीजल रेल इंजनों के फ्लीट के आकार और इनकी संख्‍या में निरन्‍तर बढ़ोतरी होने से स्‍पेयर्स की मांग भी बढ़ती गई। डीज़ल रेलइंजनों को मेन्‍टीनेंस सहायता के लिए हाई प्रिसीजन कम्‍पोनेट की मांग के संदर्भ में सन् 1979 में पटियाला में डीज़ल कलपुर्जा कारखाना स्‍थापित करने का निर्णय लिया गया । इसका शिलान्‍यास 24 अक्‍तूबर-1981 को पटियाला में किया गया तथा 1986 में उत्‍पादन शुरु हो गया ।

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