नौकरी चली गई है, तो भी नहीं खोएं अपना आत्मविश्वास
जॉब से फायर होने का कोई एक कारण नहीं होता है। यह भी सच है कि जॉब जाने के बाद मंजिल खत्म नहीं हो जाती है। इसे महज सड़क का एक स्पीड ब्रेकर मानने की जरूरत है, क्योंकि लंबे सफर में ऐसी छोटी-मोटी बाधाएं आती ही रहती हैं। आपके भीतर हौसला है, तो आप आसानी से नए टारगेट सेट कर सकते हैं। दुनिया में बहुत सारे लोगों ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है।
जल्दबाजी में न लें फैसला
ऐसी परिस्थिति में लोग जल्दबाजी में फैसला ले लेते हैं। आपको कोई ऑफर मिलता है, तो सोच-समझकर कदम उठाएं। किसी भी ऑफर के लिए आप हां न कर दें। कहीं ऐसा न हो कि जल्दबाजी में आप गलत नतीजे पर पहुंच जाएं और गलत जॉब को चुन लें।
कमियों को करें दूर
ऐसे समय में आपको यह तय करने की जरूरत होती है कि आपके खिलाफ क्या गया है। सच को जल्द से जल्द स्वीकार करें और कमियों को दूर करने की दिशा में काम करना शुरू कर दें। आप इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि आपकी ओर से बहुत बड़ी गलती नहीं हुई है और आपको खुद में बहुत बदलाव करने की जरूरत नहीं है, तब भी नए विकल्प के लिए खुद को थोड़ा जरूर बदलें। खुद में सुधार लाएं।
सोशल मीडिया के जरिए लोगों से जुड़े
सोशल मीडिया के जरिए आप प्रफेशनल फ्रंट पर खुद को मजबूत बना सकते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि अपने प्रोफाइल को यूज करने के दौरान हमेशा ही अच्छी भाषा का प्रयोग करें और कनेक्शन के बारे में सचेत रहें। यह ऐसा प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है, जहां आप स्किल का सही तरीके से इस्तेमाल करके जॉब हंट कर सकते हैं।
पर्सपेक्टिव रखें क्लियर
स्पष्टवादिता और पूरे विश्वास के साथ अपने पोटेन्शल को एम्प्लॉयर के सामने दिखाएं। आपके हाथ से पुरानी जॉब क्यों चली गई, इस सवाल के जवाब में सॉलिड आंसर तैयार रखें। इंटरव्यू में आपको खुद के प्रति ईमानदारी बरतनी है। अपने पर्सपेक्टिव को क्लियर रखें और एक्स कंपनी में आपने क्या सीखा है इसे आप अच्छे से ब्रीफ करें। भूलकर भी पिछली कंपनी की कमियों या कॉन्फिडेंशल चीजों का जिक्र न करें। निश्चित रूप से आप इस परेशानी से उभर जाएंगे और सफलता मिलेगी।
कॉन्फिडेंस नहीं खोए
आप कॉरपोरेट कंपनी का हिस्सा है, तो यह याद रखें कि कंपनियों का मकसद मुनाफा कमाना होता है। ऐसे में आप कंपनी में किसी भी पद पर हों, आपको कभी भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। यह आपके कंट्रोल से बाहर होता है। ऐसे मामलों में आपको अपने व्यवहार और मन दोनों पर ही कंट्रोल रखना होता है। इससे आप भीतर से मजबूत बन सकेंगे और ऐसे वक्त में इसकी दरकार सबसे ज्यादा होती है।
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