चाय वाले की बेटी उड़ाएगी लड़ाकू विमान, एयरफोर्स फ्लाइंग ब्रांच में हुआ चयन

आंचल गंगवाल का चयन एसरफोर्स फ्लाइंग ब्रांच में हुआ है और अब वो लड़ाकू विमान उड़ाएंगी। 24 वर्षीय आंचल मध्यप्रदेश के नीचम की रहने वाली है। उनके पिता सुरेश गंगवाल चाय की दुकान लगाते हैं। लेकिन आंचल ने अपना सपना पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और जमकर मेहनत की। इसी का परिणाम है कि आंचल का चयन एयरफोर्स की फ्लाइंग ब्रांच में हुआ है। 22 पदों के लिए होने वाले इस कॉमन एडमिशन टेस्ट में देशभर से करीब 6 लाख उम्मीदवारों ने अप्लाई किया था। इनमें से 22 परीक्षार्थी सफल हुए जिनमें 5 लड़कियां हैं। नीमच की रहने वली आंचल मध्यप्रदेश से चयनित एकमात्र उम्मीदवार हैं।

 


लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ बनी फाइटर प्लेन पायलट
इससे पहले आंचल लेबर इंस्पेक्टर की नौकरी करती थी। लेकिन अब इसको छोड़क उन्होंने एयरफोर्स ज्वॉइन की है। अब वो 1 साल की ट्रेनिंग के लिए जा रही है जिसके वो भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाएंगी।

 


इसलिए चुनी वायुसेना
आंचल का कहना है कि जब वो 12वीं की पढ़ाई कर रही थी तब उत्तराखंड में बाढ़ आई थी। उस समय सेना ने अपने अदम्य साहस के साथ लोगों की जान बचाते हुए उनकी मदद की थी। तभी से उन्हें वायुसेना से लगाव हो गया जिसके लिए उन्होंने जमकर मेहनत की और सफलता हासिल की। आंचल ने एसएसबी इंटरव्यू 5 बार फेस किया, लेकिन सफलता छठी बार में मिली। यह इंटरव्यू 5 दिन तक चलता है जिसमें स्क्रीनिंग के बाद साइकोलॉजिकल टेस्ट और ग्राउंड टेस्ट के साथ पर्सनल इंटरव्यू लिया जाता है। इसमें प्रोग्रेसिव ग्रुप टास्क, कमांड टास्क, सिचुएशन रिएक्शन टेस्ट के जरिये फिजिकल और मेंटल स्ट्रेंथ की भी जांच की जाती है। लेकिन आंचल के हौसले सामने यह इंटरव्यू छोटा पड़ गया और उन्होंने सफलता हासिल की।

 

तीन चरणों में होगी ट्रेनिंग
आंचल की ट्रेनिंग हैदराबाद की एयरफोर्स एकेडमी में होगी जिसके तीन चरण होंगे। यहां पर ग्राउंड ड्यूटी के अलावा हेलिकॉप्टर, चॉपर, फाइटर एयरक्राफ्ट और ट्रांसपोर्ट कॅरियर के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। इनमें से आंचल फाइटर एयरक्राफ्ट की ट्रेनिंग लेंगी।

No comments

Note: Only a member of this blog may post a comment.