अल्पसंख्यक छात्राओं को केंद्र सरकार ने दिया स्कॉलरशिप का तोहफा

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने स्कूली लड़कियों की दी जाने वाली स्कॉलरशिप के लिए तय बजट में इस बार करीब 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी का फैसला किया है। मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था 'मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन' (एमएईएफ) ने स्कूली लड़कियों के लिए चलाई जाने वाली 'बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना' के कुल बजट में बढ़ोतरी करने के फैसले लिया है। 'मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन ने यह भी निर्णय लिया है कि इस साल प्रचार अभियान ज्यादा तेजी से चलाया जाएगा ताकि अल्पसंख्यक समुदाय की ज्यादा से ज्यादा लड़कियां स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकें। इस योजना के तहत आवेदन करने वाली नौवीं और 10वीं कक्षा की लड़कियों को सालाना पांच-पांच हजार रुपये और 11वीं और 12वीं कक्षा की छात्राओं को छह-छह हजार रुपये दिये जाते हैं।

इससे पहले साल 2017-18 में बेगम हजरत महल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना के तहत करीब 1,15,000 अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को स्कॉलरशिप दी गई थी। इसके लिए करीब 78 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया था। एमएईएफ के सचिव रिजवानुर रहमान ने बताया कि बेगम हजरत महल योजना के तहत इस बार हमने फैसला किया है कि बजट को बढ़ाकर कम से कम 90 करोड़ रुपये किया जाएगा। इस बारे में हमने मंत्रालय को भी अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि साल 2017-18 में तकरीबन 1,15,000 लड़कियों को छात्रवृत्ति दी गयी है। हमारी कोशिश होगी 2018-19 में लाभार्थियों की संख्या को और ज्यादा बढ़ाया जाए।

एमएईएफ के सचिव रहमान ने कहा कि अभी इस योजना के बारे में छात्राओं को जागरूक करने की बहुत जरूरत है। हम इस बार कोशिश कर रहे हैं कि जागरूकता फैलाने के अलग-अलग माध्यमों से तेजी से प्रचार अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि देश भर में एमएईएफ के करीब 300 गरीब नवाज कौशल विकास केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से भी बेगम हजरत महल छात्रवृत्ति योजना के बारे जागरूकता फैलाई जा रही है। गौरतलब है कि इस योजना के तहत आवेदन करने वाली नौवीं और 10वीं कक्षा की लड़कियों को सालाना पांच-पांच हजार रुपये और 11वीं और 12वीं कक्षा की छात्राओं को छह-छह हजार रुपये दिये जाते हैं।

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