DRDO Walk in interview - जूनियर रिसर्च फेलो के पदाें पर निकली वैकेंसी, करें आवेदन

DRDO Junior research Fellow recruitment 2018 , रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( DRDO ) ने जूनियर रिसर्च फेलो के 03 रिक्त पदाें पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व योग्य उम्मीदवार इन पदाें के लिए 23 सितम्बर 2018 को आयोजित होने वाले वाॅक इन इंटरव्यू में शामिल हो सकते हैं। आवेदन अाैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।

डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन ( DRDO ) में रिक्त पदाें का विवरणः
जूनियर रिसर्च फेलो, Junior Research Fellow - 10 पद

विषयानुसार पदाें का विवरणः
- इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार / इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग - 02 पद
- कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग - 01 पद

 

वेतनमान : 25,000 रूपए + अन्य भत्ते

आयु सीमाः 28 साल

शैक्षणिक योग्यताः
Electronics & Communication:
- इलेक्ट्रॉनिक्स अाैर संचार / इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में प्रथम श्रेणी बीई / बी टेक के साथ मान्य नेट / गेट योग्यता। या
- इलेक्ट्रॉनिक्स अाैर संचार / इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग में प्रथम श्रेणी एमई / एमटेक।


computer Science:
- कम्प्यूटर सार्इंस में प्रथम श्रेणी बीई / बी टेक के साथ मान्य नेट / गेट योग्यता। या
- कम्प्यूटर सार्इंस में प्रथम श्रेणी एमई / एमटेक।

चयन प्रक्रियाः आवेदकों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।

साक्षात्कार का स्थानः
NAVAL PHYSICAL & OEANOGRAPHIC LABORATORY, THRIKKAKARA P.O., KOCHI 682021.

नोटः आवेदक साक्षात्कार के समय विज्ञप्ति में दिए गए आवश्यक दस्तावेज मूल व उनकी स्वयं प्रमाणित फोटोकाॅपी साथ लेकर आएं।

महत्वपूर्ण तिथिः
साक्षात्कार की तिथि : 23 सितम्बर 2018

 

DRDO Junior research Fellow recruitment 2018 :

DRDO Junior research Fellow recruitment 2018 , रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( DRDO ) में जूनियर रिसर्च फेलो के 03 रिक्त पदाें पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।

 

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( DRDO ) का परिचयः

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( DRDO, डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन ) भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिये देश की अग्रणी संस्था है। यह संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक आनुषांगिक ईकाई के रूप में काम करता है। इस संस्थान की स्थापना 1957 में भारतीय थल सेना एवं रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में की गयी थी। वर्तमान में संस्थान की अपनी इक्यावन प्रयोगशालाएँ हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में अनुसंधान में रत हैं। पाँच हजार से अधिक वैज्ञानिक और पच्चीस हजार से भी अधिक तकनीकी कर्मचारी इस संस्था के संसाधन हैं। यहां राडार, प्रक्षेपास्त्र इत्यादि से संबंधित कई बड़ी परियोजनाएँ चल रही हैं।

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