क्लर्क के पदों पर हुई भर्ती रद्द, इन लोगों पर पड़ेगा सर्वाधिक असर

उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में 7 साल पुरानी लिपिक ग्रेड द्वितीय की भर्ती को निरस्त कर दिया है, जबकि इसी विश्वविद्यालय के कुछ पदों पर नियुक्तियों की जांच उदयपुर संभागीय आयुक्त को सौंपी गई है। वहीं, रजिस्ट्रा के बेटे को फायदा पहुंचाने के लिए जोधपुर स्थित सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा व दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय की निधियों के बैंक में निवेश पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह ने कार्रवाई के लिए मामला राज्य सरकार को भेज दिया है।

सुखाड़िया विश्वविद्यालय में भर्ती को लेकर शिकायतें आने पर करीब पांच साल पहले राज्यपाल ने भर्ती प्रक्रिया रूकवा दी थी। तब से ही इस भर्ती पर रोक थी। अब राज्य सरकार की अनुशंसा पर राज्यपाल ने भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है। इसी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक अधिकारियों के विभिन्न पदों पर 2012 में हुई नियुक्तियों में शिकायतों को लेकर राज्यपाल ने उदयपुर के संभागीय आयुक्त को जांच सौंप दी है। संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी इस प्रकरण की पुनः जांच करेगी और एक माह में कुलाधिपति को रिपोर्श पेश करेगी।

निवेश में गड़बड़ी पर कार्रवाई के निर्देश
कुलाधिपति ने सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय की निधियों के निवेश में गड़बड़ी में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई के लिए मामला सरकार को भेज दिया है। विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार रहते हुए तत्कालीन आइएएस अधिकारी जे. सी. पुरोहित ने बेटे को टारगेट पूरा करने के लिए पाली की बैंक में खाता खुलवा दिया था। इस मामले में जोधपुर के संभागीय आयुक्त को जांच सौंपी गई थी, जो पिछले दिनों राजभवन को मिल गई थी।

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