रेज्यूमे बनाते समय ध्यान रखेंगे ये बातें तो पक्का मिलेगी मनचाही जॉब

Career Tips in Hindi: अगर आप किसी अच्छी नौकरी की तलाश में हैं तो आपके पास एक अपडेटेड रेज्यूमे जरूर होगा। ज्यादातर युवा रेज्यूमे तैयार करते समय बहुत ज्यादा विचार नहीं करते हैं, जबकि यह आपका फर्स्ट इम्प्रेशन हो सकता है। जानते हैं रेज्यूमे बनाते समय किन गलतियों से बचना चाहिए-

सॉफ्ट स्किल्स न बताएं
रेज्यूमे में सॉफ्ट स्किल्स के बारे में लिखने से बचना चाहिए। इसकी बजाय टेक्नोलॉजी के बारे में सोचें। एम्प्लॉयर एप्लीकेंट ट्रैकिंग सिस्टम काम में लेते हैं जो आपके रेज्यूमे में संबंधित स्किल आधारित कीवड्र्स खोज लेते हैं। ये मार्केटेबल स्किल्स होती हैं जैसे डाटा साइंस, चैनल सेल्स आदि। सॉफ्ट स्किल्स जैसे लीडरशिप, कम्यूनिकेशन आदि को रिक्रूटर इग्नोर करते हैं।

जिम्मेदारियों की चर्चा
रेज्यूमे में यह बताएं कि आप पुरानी कंपनी की तरक्की में कितने मददगार रहे थे। वहां कंपनी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों की चर्चा करें। उपलब्धियों पर भी फोकस करें। बताएं कि आपने किस तरह से सेल्स को इतना ज्यादा बढ़ाया। रिक्रूटर्स आपकी उपलब्धियों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ पाते हैं।

ऑब्जेक्टिव स्टेटमेंट
आपको रेज्यूमे में ऑब्जेक्टिव स्टेटमेंट देने से बचना चाहिए। यह निरर्थक है, क्योंकि यह तो आपके पद के लिए आवेदन से ही स्पष्ट हो जाता है। अगर आप नौकरी के लिए अपनी प्रासंगिकता दर्शाना चाहते हैं तो इसे अपने कवर लैटर में दर्शाएं। अपने रेज्यूमे के टॉप पर प्रोफेशनल समरी की 3 या 4 लाइन लिखें। आप काम के अनुभव को भी बेहतर तरीके से पेश करें।

एक बार में न लिख दें
अच्छे लेखक जानते हैं कि गोल्डन ड्राफ्ट एक बार में तैयार नहीं होता है। शब्दों में सुधार करना पड़ता है। इसके बाद बेहतर परिणाम मिल पाते हैं। आपको भी अपने रेज्यूमे के लिए दोस्तों और प्रोफेशनल्स से राय लेनी चाहिए और उसके अनुरूप सुधार करके ड्राफ्ट फाइनल करना चाहिए।

गलतियों और झूठ से बचें
रेज्यूमे में टाइपिंग की कोई गलती नहीं होनी चाहिए। गलतियां होने से लगेगा कि आपका ध्यान सही नहीं है। रेज्यूमे में झूठी जानकारियां नहीं होनी चाहिए। वेरिफिकेशन रिपोर्ट नेगेटिव होने पर जॉब मिलने में परेशानी हो सकती है। रेज्यूमे को सब्मिट करने से पहले इसे सही तरह से जांच लेना चाहिए।

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