मुक्त प्रशिक्षण प्राप्त कर 10वीं पास युवा गांव में भी कमा सकते है 12000 रुपए प्रतिमाह

'एक ग्राम पंचायत - एक रोजगार अभियान' के तहत राजस्थान, उत्तरप्रदेश , मध्य प्रदेश के लिए भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड ने स्थानीय ग्रामीण 10वीं पास युवाओं को रोजगार देने का प्लान किया है। इन युवाओं को पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता (AHW) के रूप में 6 माह प्रशिक्षण दिए जाने के पश्चात उनकी ही ग्राम पचांयत में रोजगार उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान किया जा रहा है।

6 माह तक दिए जाने वाले नि:शुल्क प्रशिक्षण के दौरान बेरोजगार युवाओं को कृत्रिम गर्भाधान के बारे में ,पशुधन प्रबंधन के बारे में, डेयरी विकास एवं व्यवसाय के बारे में और इनके अलावा पशुओं में होने वाले अन्य रोग की जानकारी एवं उपचार, अधिक दुग्ध उत्पादन के उपाय आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने के बाद निगम की ओर से इन युवाओं को वेतनमान के रूप में 12000 रुपए दिए जाएंगे। प्रशिक्षण में सिखाए गए कार्य का प्रेक्टिल ग्राम पंचायत क्षेत्र में करना होगा। इस प्रशिक्षण में भाग लेने हेतु याेग्य आैर इच्छुक उम्मीदवार आॅनलाइन अथवा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कर आवेदन कर सकते हैं।

हमारे देश में पशुपालन को बढ़ावा देने और पशुपालकों को प्रशिक्षित करने में भारतीय पशुपालन निगम लिमिटेड का बड़ा योगदान है। गौर हो इसकी स्थापना भारतीय पशुपालन विकास एवं अनुसन्धान संस्थान लिमिटेड के नाम से साल 2009 में की गई थी। इसके बाद जनवरी 2011 में भारत सरकार की अनुमति से इसे निगम के रूप में बदल दिया गया। निगम का कार्य क्षेत्र संपूर्ण भारत है। इसका रजिस्टर्ड कार्यालय जयपुर में स्थित है।

निगम द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली सेवाएं :
1. प्रशिक्षण प्राप्त पशुपालन कार्यकर्ताओं के माध्यम से निगम से पंजीकृत पशुपालकों को निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती है।

2. ग्राम पंचायतों में पशु सेवा एवं कृत्रिम गर्भाधान केंद्र खोलकर पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता (AHW) को नियुक्त किया जाता है।

3.पशुपालक ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर आधुनिक पशुचिकित्सा सुविधाएं, कृत्रिम गर्भाधान, केटल फीड सप्लीमेंट, दवाइयां, टीकाकरण आदि सुविधाएं प्रदान की जाती है।

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