भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मैनेजर के पदाें पर निकली वैकेंसी, करें आवेदन

Bel Manager / Deputy general manager recruitment 2018, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL ) ने मैनेजर/डिप्टी जनरल मैनेजर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व याेग्य उम्मीमदवार इन पदाें के लिए 4 जुलाई 2018 तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं।आवेदन आैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए अधिसूचना विवरण लिंक पर क्लिक करें।

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL ) में रिक्त पदाें का विवरणः

डिप्टी जनरल मैनेजर: 01 पद

मैनेजर: 02 पद

 

वेतनमानः

डिप्टी जनरल मैनेजर (E-VI grade) – रूपए . 80,000 – 3% - रूपए . 2,20,000 + admissible allowances
मैनेजर (E-V grade) – रूपए . 70,000 – 3% - रूपए . 2,00,000 + admissible allowances

 

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL ) में रिक्त पदाें पर आवेदन करने के लिए योग्यता मानदंड व शैक्षिक योग्यता:

डिप्टी जनरल मैनेजर:

उम्मीदवार को एआईसीटीई अनुमोदित कॉलेज / संस्थान या मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीई / बी.टेक (सिविल) होनी चाहिए साथ ही सम्बंधित क्षेत्र में 18 साल का अनुभव जरूरी है।

मैनेजर:

उम्मीदवार को एआईसीटीई अनुमोदित कॉलेज / संस्थान या मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीई / बी.टेक (सिविल) होनी चाहिए साथ ही सम्बंधित क्षेत्र में 12 साल का अनुभव होनी चाहिए।

 

BEL Deputy general manager के रिक्त पदाें पर चयन प्रक्रिया:

उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जायेगा।

 

आवेदन कैसे करें:

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार निर्धारित प्रारूप में अपने आवेदन को 4 जुलाई 2018 तक इस पते पर भेज सकते हैं-मैनेजर (एच आर और ए), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र, गाजियाबाद'।

 

महत्वपूर्ण तिथि:

आवेदन की अंतिम तिथि: 4 जुलाई 2018

 

Bel Manager / Deputy general manager recruitment 2018ः

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL ) में मैनेजर/डिप्टी जनरल मैनेजर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।

 

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( BEL ) का परिचयः

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन एक सैन्य एवं नागरिक उपकरण एवं संयंत्र निर्माणी है। भारत सरकार द्वारा सन 1954 में सैन्य क्षेत्र की विशेष चुनौतीपूर्ण आवश्यकताऐं पूरी करने हेतु रक्षा मन्त्रालय के अधीन इसकी स्थापना की गई थी। इलेक्ट्रानिक उपकरण व प्रणालियों का विकास तथा उत्पादन देश में ही करने के उद्देश्य से इसका पहला कारखाना बंगलुरू में लगाया गया था, किन्तु आज यह अपनी नौ उत्पादन इकाईयों, कई क्षेत्रीय कार्यालय तथा अनुसन्धान व विकास प्रयोगशालाओं से युक्त सार्वजनिक क्षेत्र का एक विशाल उपक्रम है, जिसे अपने व्यावसायिक प्रदर्शन के फलस्वरूप भारत सरकार से नवरत्न उद्योग का स्तर प्राप्त हुआ है।

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