कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजी में बना सकते हैं शानदार कॅरियर, मिलेगी मोटी सैलेरी

अगर आप कन्वर्जिंंग टेक्नोलॉजी में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा मौका है। दरअसल, यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान के सेंटर फॉर कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजीज ने फाइव ईयर इंटीग्रेटेड डूअल डिग्री बीटेक-एमटेक, तीन वर्षीय एमटेक और दो वर्षीय एमटेक कोर्स के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन कोर्सेज में एडमिशन मेरिट के आधार पर होंगे। जो आवेदक इन कोर्सेज में दाखिला लेना चाहते हैं, वह 15 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन तीनों कोर्सेज में कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजीज की चार स्ट्रीम्स नैनोटेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोइन्फॉर्मेटिक्स, इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी और कॉग्नेटिव एंड न्यूरोसाइंस उपलब्ध हैं। इच्छुक व योग्य आवेदक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाकर जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

कैसा होगा पाठ्यक्रम
फा इव ईयर इंटीग्रेटेड डूअल डिग्री बीटेक-एमटेक कोर्स में कुल 10 सेमेस्टर होंगे। प्रोग्राम के शुरुआती दो साल में कॉमन पाठ्यक्रम होगा, जिसमें सभी क्षेत्रों की बेसिक साइंस और इंजीनियरिंग का सिलेबस होगा। तीसरे वर्ष के पाठ्यक्रम में कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजीज की सभी स्ट्रीम्स की ट्रेनिंग शामिल है। प्रोग्राम के आखिरी दो वर्षों का पाठ्यक्रम कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजी की स्पेशलाइज्ड स्ट्रीम पर बेस्ड होगा। तीन वर्षीय एमटेक कोर्स में कुल छह सेमेस्टर होंगे। पहले साल का पाठ्यक्रम कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजीज की सभी स्ट्रीम्स की ट्रेनिंग और आखिरी दो वर्षों का पाठ्यक्रम कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजी की स्पेशलाइज्ड स्ट्रीम पर बेस्ड होगा। वहीं, दो वर्षीय एमटेक कोर्स में कुल चार सेमेस्टर होंगे। इसका पाठ्यक्रम कन्वर्जिंग टेक्नोलॉजी की स्पेशलाइज्ड स्ट्रीम के आधार पर होगा। कोर्स के दौरान सभी स्टूडेंट्स को जाने-माने विशेषज्ञों के सेमिनार, टॉक्स और इंटरेक्टिव सेशंस अटेंड करने का अवसर मिलेगा। इससे आवेदकों को अपनी जानकारी और ज्ञान बढ़ाने का मौका मिलेगा जो बहुत अहम होगा।

क्या है योग्यता
फाइव ईयर इंटीग्रेटेड डूअल डिग्री बीटेक-एमटेक कोर्स में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स के 12वीं कक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक जरूरी हैं। एडमिशन बोर्ड एग्जाम के स्कोर/JEE (Main)/NEET स्कोर की मेरिट के आधार पर होंगे। तीन वर्षीय एमटेक कोर्स के लिए स्टूडेंट्स को न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ BSc या BCA पास होना जरूरी है। दो वर्षीय एमटेक कोर्स में दाखिले के इच्छुक स्टूडेंट्स के पास न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ बीई या बीटेक या फिर एमएससी की डिग्री होनी आवश्यक है। इसके बिना आवेदक योग्य नहीं माने जाएंगे।

ये हैं की पाइंट्स
फाइव ईयर इंटीग्रेटेड ड्यूल डिग्री बीटेक-एमटेक कोर्स में 120 सीट्स पर एडमिशन दिया जाएगा।
तीन वर्षीय एमटेक कोर्स में 40 सीटों पर दाखिला होगा।
दो वर्षीय एमटेक कोर्स में भी 40 सीट्स अवेलेबल हैं।
तीनों कोर्स में अलग से 15 प्रतिशत सीट्स एनआरआई स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध हैं।
सीट्स का रिजर्वेशन विश्वविद्यालय और राजस्थान सरकार की नीति के अनुसार होगा।
इन कोर्सेज में इंटरेक्शन और एग्जामिनेशन का माध्यम केवल अंग्रेजी रहेगा।
कोर्स और एप्लीकेशन फॉर्म संबंधी अधिक जानकारी संस्थान की वेबसाइट http://www.uniraj.ac.in/cct ¥æñÚU http://earxiv.uniraj.ac.in/cct से ले सकते हैं।

ऐसे करें आवेदन
सेंटर फॉर कन्वर्जिंग टेक्नॉलॉजीज, यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान के डूअल डिग्री बीटेक-एमटेक, तीन व दो वर्षीय एमटेक कोर्स में एडमिशन के लिए इच्छुक आवेदक संस्थान की वेबसाइट http://www.uniraj.ac.in/cct और http://earxiv.uniraj. ac.in/ cct पर लॉगिन कर सकते हैं। ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने से पहले आवेदकों को कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद आवेदक को नेट आईडी और पासवर्ड मिलेगा। इसके बाद अपने नेट आईडी और पासवर्ड के जरिए आवेदकों को लॉगिन करना होगा। फिर ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा, जो कि छह स्टेज में होगा। फॉर्म भरते समय ध्यान रखें कि स्कैन्ड फोटो (600 केबी से कम) जेपीईजी फॉर्मेट में हो। संबंधित सभी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे। सभी आवेदक भविष्य में रेफरेंस के लिए जमा किए गए आवेदन फॉर्म को सेव या प्रिंट कर लें। आवेदन करने से पहले आवेदक जरूरी दिशा-निर्देश पढ़ लें।

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