सरकारी नाैकरीः स्टाफ नर्स के 1466 पदों पर निकली वैकेंसी, करें आवेदन

DHFW Gujarat Staff Nurse Recruitment 2018 , हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट, गुजरात ने स्टाफ नर्स के 1466 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक व याेग्य उम्मीदवार इन पदाें के लिए 21 जून 2018 तक निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर सकते हैं।आवेदन आैर अन्य जानकारी के लिए नीचे दिए गए विस्तृत अधिसूचना लिंक पर क्लिक करें।

हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट ( DHFW ), गुजरात में रिक्त पदाें का विवरणः

 

• स्टाफ नर्स -1466 पद

हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट ( DHFW ), गुजरात में Staff nurse के रिक्त पदाें पर आवेदन करने के लिए योग्यता मानदंड व शैक्षणिक याेग्यताः

शैक्षणिक / तकनीकी योग्यता व अनुभव:

स्टाफ नर्स: उम्मीदवारों को जनरल नर्सिंग मिडवाइफ्री में डिप्लोमा या बीएससी नर्सिंग होनी चाहिए,

साथ ही शैक्षणिक योग्यता और अनुभव की विस्तृत जानकारी के लिए अधिसूचना को देखें।

आवेदन प्रक्रियाः

इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 21 जून 2018 तक कर सकते हैं।

अधिसूचना विवरण:

विज्ञापन संख्या: सीओएच / 201819-1

महत्वपूर्ण तिथियां:

आवेदन की अंतिम तिथि: 21 जून 2018

DHFW Gujarat staff nurse recruitment notification 2018:

हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर डिपार्टमेंट, गुजरात में स्टाफ नर्स के 1466 पदों पर भर्ती के लिए विस्तृत अधिसूचना यहां क्लिक करें।

गुजरात का परिचयः

गुजरात पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है। अरब सागर इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर दादर एवं नगर-हवेली हैं। इस राज्य की राजधानी गांधीनगर है। गांधीनगर, राज्य के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र अहमदाबाद के समीप स्थित है। गुजरात का क्षेत्रफल 1,96,077 किलोमीटर है।

गुजरात, भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। कच्छ, सौराष्ट्र, काठियावाड, हालार, पांचाल, गोहिलवाड, झालावाड और गुजरात उसके प्रादेशिक सांस्कृतिक अंग हैं। इनकी लोक संस्कृति और साहित्य का अनुबन्ध राजस्थान, सिंध और पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ है। विशाल सागर तट वाले इस राज्य में इतिहास युग के आरम्भ होने से पूर्व ही अनेक विदेशी जातियाँ थल और समुद्र मार्ग से आकर स्थायी रूप से बसी हुई हैं। इसके उपरांत गुजरात में अट्ठाइस आदिवासी जातियां हैं। जन-समाज के ऐसे वैविध्य के कारण इस प्रदेश को भाँति-भाँति की लोक संस्कृतियों का लाभ मिला है।

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