Apple में दिन भर खड़े होकर करना होता है एम्प्लाइज को काम, तब मिलती है सैलेरी

ये तो हम सभी जानते हैं प्राइवेट जॉब्स में एम्प्लाइज को किन तरह के हालात का सामना करना पड़ता है लेकिन आपको यह जानकर बहुत बड़ा धक्का लगेगा कि गूगल और एप्पल जैसी कंपनियां भी कोई अपवाद नहीं है। इसलिए अगर आप फेसबुक और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई करने की इच्छा रखते हैं तो इस खबर को एक बार जरूर पढ़ लें।

भले ही इन बड़ी कंपनियों में दुनिया भर की तमाम सुविधाएं हो लेकिन जब बात टारगेट और कंपनी के हित की आती है तो मैनेजमेंट किसी भी हद तक जाने से नहीं चूकता। उदाहरण के लिए दुनिया के सबसे बड़े सोशल प्लेटफॉर्म Facebook ने अपने एम्प्लाइज के लिए काम के घंटे खत्म कर दिए है यानि कि आप ऑफिस में ही रहिए जब थक जाएं तो रिफ्रेश होने के लिए रिक्रिएशनल एक्टीविटीज यूज करें और थकान दूर होने पर फिर से अपने काम में जुट जाएं।

इसी तरह iPhone और Macbook के लिए मशहूर टेक कंपनी Apple ने अपने एम्प्लाइज के लिए ऐसी चेयर्स डिजाईन करवाई है जिन पर खड़े रहकर काम करना होता है। जी हां, यह पहली बार सामने आया है। बिजनेस इंसाइडर मैग्जीन के अनुसार एप्पल ने अपने किसी स्पेसशिप जैसे दिखने वाले नए ऑफिस में सभी एम्प्लाइज के लिए स्टेंडिंग डेस्क बनवाई है। कंपनी के सीईओ टिम कुक के अनुसार ऐसा कंपनी के एम्प्लाइज को बीमारियों से बचाने के लिए किया गया है। उल्लेखनीय है कि 2015 में टिम कुक ने एक सार्वजनिक भाषण में कहा था, "sitting is the new cancer." अर्थात् बैठना नए तरीके का कैंसर है।

कुक की इसी सोच को साकार करते हुए एप्पल के नए ऑफिस में सभी डेस्क स्टेंडिंग ही बनाई गई है। हालांकि इनमें इलेक्ट्रोनिक बटन दिए गए हैं जिन्हें दबाने पर एम्प्लाइज के लिए एक सिटिंग स्पेस क्रिएट हो जाता है और एम्प्लाइज कुछ देर के लिए बैठ कर काम कर सकते हैं। आराम मिलने के बाद वापस खड़े होकर ही काम करना होता है।

अब ये आप पर निर्भर करता है कि क्या आप अपनी वर्तमान जॉब से खुश है या फिर थोड़े ज्यादा पैसों के लिए आप पूरे दिन खड़े रहकर काम करना पसंद करेंगे या फिर फेसबुक और गूगल की तरह ऑफिस में ही दिन बिताना चाहेंगे।

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